शिक्षा का अधिकार प्रवेश सत्र 2024: बच्चों को दाखिला दिलाने अभिभावकों की नजर अब लाटरी पर

कोरबा । शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों मे बच्चों को दाखिला दिलानें के लिए अभिभावकों में कड़ी आजमाइश देखी जा रही है। जिले में संंचालित निजी स्कूलों में निर्धारित सीट से लगभग तीन से चार गुना अधिक ओवदन आए हैं। जबकि सीटों की संख्या 2128 है। लाटरी में चयन से वंचित बच्चों को योजना से वंचित होना पड़ेगा और उन्हें निजी स्कूलों में दाखिलों के लिए सामान्य बच्चों की तरह ही उन्हें प्रवेश शुल्क, ट्यूशन सहित अन्य शुल्क के भुगतान करने होंगे।


जिले में निश्शुल्क शिक्षा के अधिकार तहत किए गए पंजीकृत आवेदनों की सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अभिभावकों में अब लाटरी का इंतजार है। लाटरी में चयनित विद्यार्थियों के निजी स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। जिले में शिक्षा का अधिकार के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा को लेकर मारामारी मची हुई है। पहले चरण की प्रक्रिया में अभिभावकों ने 2128 सीटों के लिए 7398 विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए पंजीयन किया है।

लगभग एक माह तक चले दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। बताया जा रहा है कि जिले में लगभग 298 निजी स्कूल संचालित हैं। शिक्षा का अधिकारी (आरटीई) अंतर्गत इन निजी स्कूलों में गरीब परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए योजना चलाई जा रही है। दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया के बाद अब अभिभावकों को लाटरी का इंतजार है। बताया जा रहा है कि लाटरी की प्रक्रिया आनलाइन माध्यम से मुख्यालय से होगी।

मुख्यालय से ही लाटरी में चयनित विद्यार्थियों की सूची जारी होगी।


लाटरी की प्रक्रिया 20 मई से 30 मई तक चलेगी। इसके बाद चयनित बच्चों का दस्तावेज अभिभावकों को नोडल के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। साथ ही जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की सूची आई है। वहां दस्तावेज जमा करने के साथ ही प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। जिला शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस बार 7398 विद्यार्थियों के आवेदन आए हैं। लेकिन इसमें से पात्र व अपात्र की सूची तैयार नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि अभिभावकों को उनके आवेदन पात्र है या अपात्र लाटरी के समय ही जानकारी मिलेगी।