मटमैला पानी और अनियमित सप्लाई से परेशान वार्डवासी, नगर निगम की लापरवाही पर सवाल

कोरबा। शहर में नगर निगम की जल आवर्धन योजना के तहत पानी की सप्लाई की जा रही है, लेकिन पिछले कुछ समय से पानी मटमैला और गंदा आ रहा है। यही नहीं, सप्लाई भी हफ्ते में मात्र दो से तीन दिन 15 से 20 मिनट के लिए हो रही है, जिससे वार्डवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में मुड़ापार, चिमनीभट्ठा, कुंआभाठा, अमरैया पारा, और शारदा विहार जैसे इलाकों में पेयजल संकट गहरा गया है।

पार्षदों की शिकायत, फिर भी नहीं सुधरी व्यवस्था

वार्ड नंबर 29 के कांग्रेस पार्षद रामगोपाल कुर्रे ने नगर निगम में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया कि वार्ड में पानी की भारी किल्लत है और लोगों को पीने योग्य पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा। उन्होंने अधिकारियों से व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ।

इसी तरह, वार्ड नंबर 14 की पार्षद प्रभा टीकम राठौर ने भी बताया कि उनके वार्ड में पानी की सप्लाई अनियमित है और जो पानी आता है, वह गंदा होने के कारण पीने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा, “जल योजना के तहत करोड़ों रुपये शासन से मिलते हैं, लेकिन इसका लाभ जनता को नहीं मिल रहा।”

बारिश ने बढ़ाई समस्या, गंदा पानी पीने को मजबूर लोग

स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश शुरू होने के बाद से पानी की गुणवत्ता और खराब हो गई है। पिछले एक-दो महीनों से सप्लाई होने वाला पानी गंदगी से भरा हुआ है, जिसे पीना मुश्किल है। वार्डवासियों ने बताया कि पानी की सप्लाई केवल 15-20 मिनट के लिए होती है, जबकि कम से कम एक घंटे की सप्लाई जरूरी है ताकि पर्याप्त पानी मिल सके। इस कारण लोग पेयजल के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं।

नगर निगम का दावा: जल्द होगा समाधान

नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि भारी बारिश और हवा के कारण बिजली आपूर्ति बार-बार बाधित हो रही है, जिससे पंप नहीं चल पा रहे और टंकी नहीं भर पा रही। इसके अलावा, पानी में टर्बिडिटी (गंदलापन) बढ़ने से फिल्टरेशन प्रक्रिया धीमी हो गई है। अधिकारियों ने दावा किया कि फिल्टर प्लांट में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और जल्द ही पानी की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।

जनता की मांग: स्थायी समाधान

प्रभावित वार्डों के निवासियों ने नगर निगम से मांग की है कि पेयजल संकट को गंभीरता से लिया जाए और साफ पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते स्थायी समाधान नहीं किया गया, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है।