फर्जी निवेश कंपनी पर IT विभाग का छापा, Trigger NFT से जुड़ा धीरपाल दीवान का नाम

कोरबा।  कटघोरा तहसील के भांठा गांव में सोमवार सुबह इनकम टैक्स (IT) विभाग की विजिलेंस टीम ने धीरपाल दीवान के घर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई एक फर्जी निवेश कंपनी Trigger NFT से जुड़े मामले में की गई, जो चिटफंड की तर्ज पर काम करती थी और लोगों को 40 दिन में पैसा दोगुना करने का लालच देकर भारी रकम निवेश करवाती थी।

Trigger NFT के जरिए करोड़ों का लेन-देन

जानकारी के अनुसार, Trigger NFT ऐप के माध्यम से भोले-भाले लोगों को निवेश के लिए प्रेरित किया जाता था। कटघोरा और आसपास के क्षेत्रों में 40 से 50 लोग इस कंपनी के नेटवर्क मार्केटिंग सिस्टम से जुड़े थे। ये लोग निवेशकों को आकर्षक रिटर्न का वादा कर ऐप में पैसा लगवाते थे। IT विभाग को इस फर्जी कंपनी की गतिविधियों की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं, जिसके बाद यह छापेमारी की गई।

निवेशकों में डर का माहौल

छापेमारी की खबर फैलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जिन लोगों ने Trigger NFT में पैसा लगाया था, वे अब अपने निवेश के डूबने की आशंका से चिंतित हैं। स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई को लेकर चर्चा जोरों पर है।

धीरपाल की भूमिका की जांच

IT विभाग ने धीरपाल दीवान के घर की तलाशी शुरू की है और उनके दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि धीरपाल इस रैकेट में किस तरह शामिल थे और कितने लोगों से कितनी रकम निवेश करवाई गई। जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है।

कोरबा बन रहा ठगी का गढ़

कोरबा क्षेत्र में इस तरह की ठगी की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। शॉर्टकट में अमीर बनने का लालच देकर लोगों को ठगने वाले गिरोहों का यह इलाका धीरे-धीरे अड्डा बनता जा रहा है। IT विभाग की यह कार्रवाई ऐसे गिरोहों पर नकेल कसने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

जांच अभी जारी है और जल्द ही इस मामले में और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।