कोरबा में भारी बारिश का कहर: स्टॉप डैम टूटा, पुलिया बही, खेतों में भरा पानी

कोरबा जिले में पिछले तीन दिनों से जारी झमाझम बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। नदी-नाले उफान पर हैं, खेत जलमग्न हो गए हैं, और बस्तियों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं। पिछले 24 घंटों में जिले में औसतन 75.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिसमें करतला ब्लॉक में सर्वाधिक 151.4 मिलीमीटर बारिश हुई।

स्टॉप डैम टूटने से बढ़ी मुश्किलें

करतला ब्लॉक के गेरांव पंचायत में बांसाखर्रा का स्टॉप डैम टूटने से आसपास के गांवों में खेती और निस्तार के लिए महत्वपूर्ण जल स्रोत प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि यह डैम पूर्व विधायक ननकी राम कंवर के प्रयासों से बना था और कई गांवों के लिए जीवन रेखा था। डैम टूटने से खेतों में पानी भर गया, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से डैम की तत्काल मरम्मत और पुनर्निर्माण की मांग की है।

पुलिया बहने से आवागमन ठप

बड़मार से कोई गांव को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की 20 साल पुरानी पाइप पुलिया बारिश के तेज बहाव में बह गई, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। कार्यपालन अभियंता संतोष नाग ने बताया कि बारिश थमने के बाद मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा।

बस्तियों में घुसा पानी, बढ़ी चिंता

गुरुवार को बालको क्षेत्र की कई बस्तियों में बारिश का पानी घरों में घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शनिवार सुबह से फिर शुरू हुई बारिश ने लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है। जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और सावधानी बरतने की अपील की है।

बारिश का आंकड़ा और बांध की स्थिति

इस मानसून सीजन में कोरबा जिले में अब तक 260.01 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 10 साल के औसत 242.4 मिलीमीटर से 7.3% अधिक है। क्षेत्रवार बारिश का आंकड़ा इस प्रकार है:

कोरबा: 126 मिमी

बरपाली: 58.5 मिमी

पाली: 30.02 मिमी

कटघोरा: 35.5 मिमी

पसान: 89.5 मिमी

हसदेव बांगो बांध में पानी की आवक बढ़ी है और जलस्तर 346 मीटर तक पहुंच गया है। बांध की कुल क्षमता 359.66 मीटर है और यह वर्तमान में 35% भरा है। पिछले 24 घंटों में 91.88 मिलियन घन मीटर पानी की आवक दर्ज की गई।

राहत और बचाव कार्य जारी

जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और सतर्क रहने की अपील की गई है। बारिश के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए प्रशासन ने सर्वेक्षण शुरू कर दिया है।