सुशिक्षित समाज आज की सबसे बड़ी आवश्यकता : आशुतोष

यज्ञीय परंपरा के साथ देवपहरी में हुआ वेदारंभ संस्कार

कोरबा। वनांचल क्षेत्र ग्राम देवपहरी में गौमुखी सेवाधाम द्वारा संचालित एकलव्य उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रजत जयंती के अवसर पर नव प्रवेशार्थियों का वेदारम्भ संस्कार विधि-विधान से कराया गया। शाला प्रवेशोत्सव का यह बिल्कुल नया रूप था। गायत्री परिवार की सेवाएं इसमें ली गई। आध्यात्मिक वातावरण में विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति उन्मुख किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री परिवार द्वारा वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ बच्चों को तिलक चन्दन लगा कर हवन यज्ञ के साथ हुआ। मुख्य अतिथि, संस्था के सदस्यगण, अभिभावकगण, विद्यालय के बच्चों व शिक्षक साथ मुख्य यजमान बन कर नव कुण्डीय हवन पूजन किया गया।बच्चों को लेखन सामग्री व पाठ्य पुस्तक का भी वितरण किया गया। 

निगम कमिश्नर आशुतोष पाण्डेय सहित अतिथि व विद्यार्थियों ने हवन वेदी में आहुतियां दी और विद्या के वरदान की कामना की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आशुतोष पाण्डेय ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात ही हम समाज में रहने लायक बन पाते हैं तथा एक सुशिक्षित समाज का निर्माण कर पाते हैं। एक समाज व देश को सुचारू रूप से चलाये रखने के लिए व्यक्ति का शिक्षा ग्रहण करना अति-आवश्यक होता है।

विद्याभारती प्रांतीय अध्यक्ष जुड़वान सिंह ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में से एक वेदारम्भ संस्कार है। जिसका जीवन में विशेष महत्व होता है। इसकी शुरुआत मंत्र के माध्यम से की जाती है तथा फिर उसे सभी प्रकार की शिक्षा दी जाती थी।

इस अवसर पर सत्यनारायण बुधिया, अतुल पाटिल एजीएम एनटीपीसी, बीरेंद्र देशमुख उप प्रबंधक एचआर एनटीपीसी, हीरा बाई राठिया सरपंच देवपहरी, कैपटन मुकेश अधलखा, संस्था के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल, सचिव योगेश जैन, सहसचिव डॉ राजीव गुप्ता, सज्जन पुजारी, डॉ देवाशीष मिश्रा, प्राचार्य पुरषोत्तम उरांव, अभिभावकगण, शिक्षक, बच्चे, ग्रामवासी व संस्था के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।