एकल शिक्षकीय स्कूलों में 30 जून तक शिक्षक भर्ती, शिक्षा व्यवस्था को मजबूती

कोरबा। शिक्षा सत्र 2025-26 की शुरुआत के साथ ही जिले में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के 90 एकल शिक्षकीय स्कूलों में रिक्त शिक्षक पदों को 30 जून तक भरने का लक्ष्य रखा गया है।

जिला शिक्षा अधिकारी तामेश्वर उपाध्याय ने बताया कि जिले के सभी एकल शिक्षकीय स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां विभिन्न कारणों से शिक्षकों की कमी बनी हुई है। इस समस्या के समाधान के लिए विभाग ने स्थिति का आकलन कर उच्चाधिकारियों को जानकारी भेजी है। अगले 15 दिनों में इन स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक पद भरे जाएंगे।

उन्होंने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के लिए दिशा-निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। कोरबा जिले के जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इस प्रक्रिया में पहले से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी, साथ ही अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जाएगा।

उपाध्याय ने विश्वास जताया कि शिक्षकों की पर्याप्त उपलब्धता से इन स्कूलों की शैक्षणिक स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने कहा, “शिक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारा प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।”

स्थानीय अभिभावक रामकुमार साहू ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा, “एकल शिक्षकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित होती थी। अब भर्ती होने से बच्चों का भविष्य संवरेगा।”

शिक्षा विभाग की इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ने की उम्मीद है। भर्ती प्रक्रिया की प्रगति पर सभी की नजरें टिकी हैं।

आगे की अपेक्षा: शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए, ताकि ग्रामीण बच्चों को निर्बाध शिक्षा मिल सके।