जन्म प्रमाण पत्र के लिए रिश्वत मांगने वाली ANM निलंबित, जांच में खुला घूसखोरी का मामला


कोरबा। पोड़ी उपरोड़ा क्षेत्र के आयुष्मान आरोग्य मंदिर मड़ई में पदस्थ ANM (ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता) सरस्वती रजक को जन्म प्रमाण पत्र बनाने और सुधारने के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।

कलेक्टर अजीत वसंत के संज्ञान में शिकायत आने के बाद त्वरित जांच के निर्देश दिए गए, जिसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने यह कार्रवाई की। निलंबन अवधि के दौरान ANM का मुख्यालय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जटगा, विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा निर्धारित किया गया है।

शिकायत की जांच के लिए पोड़ी उपरोड़ा के एसडीएम टीआर भारद्वाज ने तहसीलदार को ग्राम बंजारी भेजा। वहां पीड़िता अमीषा धनवार सहित अन्य ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए। जनपद अध्यक्ष माधुरी देवी, जनपद सदस्य और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी गांव पहुंचकर बयान लिए।

ग्रामीणों ने बताया कि ANM सरस्वती रजक इलाज और दवाइयों के लिए भी पैसे मांगती थीं और बिना पैसे दिए दवाइयां नहीं देती थीं।

पीड़िता अमीषा धनवार ने बताया कि उन्होंने 12 किलो चावल बेचकर 500 रुपये जुटाए, लेकिन ANM उपलब्ध नहीं थी। मेन प्रसाद धनवार ने कहा कि उन्होंने अपने पहले बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 700 रुपये और दूसरे बच्चे के लिए 500 रुपये दिए, फिर भी प्रमाण पत्र में गलती होने पर सुधार के लिए अतिरिक्त पैसे मांगे गए।

ग्रामीण राहुल ने बताया कि ANM ने 1500 रुपये की मांग की, लेकिन 400 रुपये में राजी हुई, पर वह भी जुटा पाना उनके लिए संभव नहीं हुआ।

ग्रामीण रामलाल ने कहा कि उन्होंने 200 रुपये देकर जन्म प्रमाण पत्र बनवाया। बयान दर्ज करने के दौरान सरपंच, उप सरपंच और अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे।