पावर सिटी के घाटों पर उमड़ा श्रद्धालुओं का समूह, महिलाओं ने छठी मईया की पूजा कर सूर्यदेव को दिया प्रथम अर्घ्य

कोरबा। सूर्य उपासना का सबसे बड़ा पर्व छठ पूजा औद्योगिक तीर्थ कोरबा की पावन धरती में बड़े धूमधाम से मनाया गया। कोरबा के अनेक घाटों में गुरुवार की शाम छठ पूजा पर भगवान भवन भास्कर को प्रथम अर्घ्य दिया गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु और उनके परिजन सहित आस्थावान लोग घाटों पर पहुंचे थे। इस दौरान मन्त्रों के उच्चारण और छठ गीतों की स्वर लहरी से वातावरण खास बन गया।

पूर्वांचल के लोगों ने छोड़ी छठ की छाप
कोरबा में छठ का आयोजन बहुत ही भव्य तरीके से होता रहा है। यहां के उद्योगों सहित विभिन्न व्यवसाय में काम करने के लिए कई दशक पहले पूर्वांचल से लोगों का आना हुआ जो अपने साथ महान संस्कृति को भी लेकर आए। कार्तिक शुक्ल पक्ष में मनाए जाने वाले छठ पर्व को यहाँ की नदियों, तालाबों और जलाशयों के किनारे छठी मईया की पूजा के लिए विशेष तैयारियाँ की गई। छठ पर्व पर व्रतीयों ने नदी के घाट पर जाकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किय। इस दौरान व्रत करने वालों ने छठ मैया को ठेकुआ, फल और अन्य सामग्री अर्पित कर सभी के कल्याण की कामना की।

घाटों की हुई सजावट
छठ पूजा के दौरान कोरबा में घाटों की सजावट पूजा के लिए कोरबा के विभिन्न घाटों को साफ-सफाई की गई। कोरबा के घाटों पर छठ पूजा के अवसर पर हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए। जिन्होंने सूर्य देवता की पूजा की। स्थानीय प्रशासन ने छठ पूजा के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा। पुलिस, स्वास्थ्य सेवाएँ और अन्य व्यवस्थाएँ घाटों पर उपलब्ध करवाई गई ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।