कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों ने बताया प्रकाश प्रपंच का महत्व,नंगोई बछेरा में किया गया प्रयोग, पानी व कीटनाशक दवाओं का मिश्रण विधि भी समझाया

कोरबा। कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र कटघोरा जिला कोरबा के अधिष्ठाता डा एसएस पोर्ते के मार्गदर्शन में कीट वैज्ञानिक डा दुष्यंत कुमार कौशिक ने ग्राम पंचायत नंगोई बछेरा विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा में कृषकों, महाविद्यालय के रावे व रेडी के चतुर्थ वर्ष छात्रों को प्रकाश प्रपंच के महत्व के बारे में जानकारी दी।

प्रकाश प्रपंच में सामान्य तौर पर 60 वाट की बल्ब लगाई जाती है और उसके नीचे एक अलग से पात्र में पानी व कीटनाशक दवाओं का मिश्रण रखा जाता है। जिससे प्रकाश प्रपंच में फंसे रात्रिचर किट पानी में डूब कर मर जाते हैं और इस तरह से हानिकारक कीटों की संख्या में भारी कमी आ जाती है।

इसके परिणाम स्वरुप कीटों की प्रजनन कम होती है। इसके फल स्वरुप कीटों की अंडे देने की क्षमता में कमी आती है और इस तरह से भी कीटों की संख्या में भारी गिरावट आती है। जिससे फलदार फसल, सब्जी, अनाज वाली दलहन, फसल आदि हानिकारक कीटों से बचाव हो जाता है।


ये किट होते हैं आकर्षित
इस प्रकाश प्रपंच में 60 वाट का पीला बल्ब उपयोग किया जाता है। इसमें विभिन्न हानिकारक किट जैसे धान का तना छेदक, भूरा माहू, हरा माहो, पत्ती मुड़क, सूट फ्लाई, कैश वर्म, थ्रीप्स बीटल, फली भेदक व वीविल यह सभी किट आकर्षित होकर फंस जाते हैं। इसके अतिरिक्त हमारे मित्र कीट मेंटेट ड्रैगनफ्लाई, ततैया, स्टोन फ्लाई आदि भी फंस जाते हैं। यह ट्रैप धान, कपास, दलहनी, तिलहनी, मक्का, सोयाबीन, टमाटर व बैगन आदि फसलों में आक्रमण करने वाले पत्ती मोडक, तना छेदक, कट वार्म, फल भेदक, फल छेदक, पट्टी सुरंगद किट आदि को फंसाया जाता है।


मित्र कीट लाइट ट्रैप पर न फंसे
प्रकाश प्रपंच को शाम के समय सूर्यास्त के बाद सात से 10 तक तीन घंटे के लिए जलाना चाहिए और इसके उपरांत लाइट बंद कर देनी चाहिए। जिससे हमारे मित्र कीट लाइट ट्रैप पर न फंसे। प्रकाश प्रपंच को फसल के ऊंचाई से दो फीट ऊपर लगाया जाता है। हेक्टेयर एरिया के लिए एक लाइट ट्रैप का उपयोग किया जाता है। इसे खेतों के बीच लगाना चाहिए। प्रकाश प्रपंच का उपयोग कीट प्रकोप के प्रारंभिक अवस्था में ही लगाई जाए तो फसलों को नुकसान कम होता है।
प्रपंच के प्रमुख फायदे

  • इससे जैवविविधता तथा पर्यावरण संरक्षण होता हैं।
  • फंसे हुए कीड़ों को देखकर पहचान किया जा सकता है कि खेत में किस कीट का कितना प्रकोप है।
  • इसे एक जगह से दूसरे जगह आसानी से पहुंचाया जा सकता है।
  • यह अन्य कीट नियंत्रण उपायों की तुलना में कम लागत वाली है।
  • इसका उपयोग बागवानी फसलों, सब्जी वाली फसलों, दलहनी फसलों, तिलहनी फसलों में किया जाता है।
  • यह मनुष्य पशु और प्राकृतिक शत्रुओं के लिए सुरक्षित होता है ।
  • प्रकाश प्रपंच के उपयोग से प्रदूषण में कमी होती है