खानों की सुरक्षा प्रबंधन पर मंथन किया उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति ने

कोरबा : साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की भूमिगत (यूजी) विजन प्लान के साथ-साथ सतत खनन परियोजनाओं की स्थिति की सुरक्षा पर उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति ने समीक्षा बैठक की। इसके साथ ही कुसमुंडा मेगा परियोजना का निरीक्षण किया।

बैठक की अध्यक्षता कोयला मंत्रालय के निदेशक तकनीकी एवं सुरक्षा पर उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति के सचिव बीके ठाकुर तथा एसईसीएल के निदेशक तकनीकी (परियोजना एवं योजना) फ्रैंकलिन जयकुमार ने संयुक्त रूप से की। इस दौरान फ्रैंकलिन जयकुमार ने सतत खनन जैसी बड़े पैमाने पर उत्पादन तकनीक की शुरूआत के माध्यम से कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया के विजन के अनुरूप भूमिगत कोयला उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रति एसईसीएल की प्रतिबद्धता दोहराई।

बैठक के दौरान एसईसीएल मुख्यालय के विभिन्न विभागों के प्रमुखों सहित सुरक्षा समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे। बैठक से पहले सुरक्षा पर उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति ने कुसमुंडा ओसीपी का निरीक्षण किया। सुरक्षा पर एचएलईसी का गठन एमओसी, भारत सरकार द्वारा किया गया है, इसके अध्यक्ष टीके नाग अध्यक्ष, बीरेंद्र कुमार ठाकुर (सचिव), आरके चोपड़ा, जीएल कांता राव, दत्तात्रेय पी सस्ते, अनूप बिस्वास, प्रो आरएम भट्टाचार्य और सचिन मालपा हैं।


आठ सदस्यीय समिति ने खानों में सुरक्षा मुद्दों के साथ-साथ मानसून कार्य योजना और खानों की सुरक्षा प्रबंधन योजना पर विस्तार से चर्चा की और कार्यस्थल पर सुरक्षा संस्कृति विकसित करके और जोखिम विश्लेषण करके सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई निर्देश दिए।

दुर्घटना के मूल कारण विश्लेषण करने के निर्देश भी जारी किए गए, ताकि सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए असुरक्षित कार्य, असुरक्षित स्थिति और प्रणालीगत कमियों को सामने लाया जा सके।

समिति के सदस्यों ने विभागीय, संविदात्मक कामकाज और कार्यशाला का व्यापक निरीक्षण किया, जहां कुछ नवीनतम तकनीकों को देखा गया।

निरीक्षण के दौरान राजीव सिंह, महाप्रबंधक कुसमुंडा, जीपी शर्मा, महाप्रबंधक (एसएंडआर), महाप्रबंधक (ओ) सभी विभागाध्यक्ष, उप-क्षेत्र प्रबंधक, खान प्रबंधक और सुरक्षा टीम उपस्थित रहे।