धान केंद्रों से धान गायब मामले में आया मोड़, प्रबंधकों ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा

राजिम। राजिम के अंतर्गत आने वाले 8 धान केंद्रों से गायब हुए धान मामले में नया मोड़ आया है। सहायक आयुक्त द्वारा प्रबंधकों को जारी किए गए नोटिस के जवाब  में प्रबंधकों ने हाई कोर्ट की शरण ली है।

8 धान खरीदी केंद्रों से 3600 क्विंटल धान गायब

राजिम में ऑनलाइन रिपोर्ट में 8 धान खरीदी केंद्रों में करीब 3600 क्विंटल धान कम पाया गया था। धान की कीमत करीब 1 करोड़ रूपए आंकी गई है। इतनी अधिक कीमत की इतनी अधिक मात्रा में धान गायब होने से हड़कंप मच गया। तुरंत हरकत में आते हुए कार्यालय साहयक आयुक्त ने प्रबंधकों को नोटिस जारी कर दिया।

प्रबंधको ने विपणन संघ को ठहराया जिम्मेदार

नोटिस के जवाब में प्रबंधको ने कहा है कि शॉर्टेज के लिए विपणन संघ जिम्मेदार है। सहकारी समितियां केवल खरीदी का माध्यम है जो तय कमीशन पर धान खरीदी करती हैं फिंगेश्वर की 8 समितियां अनुबंध और लापरवाही को आधार बना कर समितियां भरपाई के लिए तैयार नही है वे सभी कोर्ट के आदेश के साथ जवाब देंगे। आईएनएच से चर्चा में प्रबंधकों ने कहा अनुबंध के मुताबिक 72 घण्टे में धान का उठाव नहीं हुआ था। इसमें हमारी क्या गलती है।