सर्वमंगला मंदिर में हुआ अष्टमी हवन, कन्याओं को कराया भोजन

कोरबा । माँ सर्वमंगला देवी मंदिर दुरपा कोरबा में चैत्र शुक्ल अष्टमी को विधि विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ हवन पूजन कर वासंती नवरात्र को विराम दिया गया। प्रबंधक एवं पुजारी नमन पाण्डेय (नन्हा महाराज) ने सपत्नीक हवन पूजन विद्वान पंडितों एवं आचार्यों के सानिध्य में संपन्न किया।

रविवार 6 अप्रैल को जवारा कलश का विसर्जन शुभ मुहूर्त संध्या कालीन बेला में किया जाएगा।

मंदिर परिसर में ज्योतिकलशों की पूजा अर्चना करने के बाद नवरात्रि की शांतिपूर्ण संपन्नता के लिए हवन पूजन कराने के बाद कन्याओं को छप्पन भोग खिलाया गया। प्रबंधक एवं पुजारी नमन पाण्डेय ने सपत्नीक कन्याओं को भोजन परोसा। उनके परिवार ने भी कन्याओं को भोजन कराया। कन्याओं को पाण्डेय परिवार ने उपहार भी दिया।

नवरात्रि के आठों दिन मंदिर प्रबंधन परिवार द्वारा रोजाना सुबह शाम मां सर्वमंगला देवी को छप्पन भोग अर्पण किया जाता रहा, उसके बाद स्वयं भोजन करते थे। साथ ही परिसर में आयोजित भोग भण्डारा की शुरूआत होती थी।

8 दिन तक मां सर्वमंगला देवी मंदिर में सुबह-शाम 7.00 बजे राजपुरोहित परिवार के नेतृत्व में सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में महाआरती होती रही। वैसे सालभर सुबह शाम इसी समय पर आरती होती है, लेकिन नवरात्रि में महाआरती में शामिल होने श्रद्धालु लालायित रहते हैं और सुबह-शाम आरती में शामिल होकर पूण्य लाभ को प्राप्त करते हैं। मां की आरती करने से मन-शरीर ऊर्जावान हो जाते हैं और मानसिक तनाव दूर होता है और मन में शांति आती है। आरती से वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

मां सर्वमंगला देवी मंदिर में रविवार पूण्य मुहूर्त पर ज्योतिकलश का विसर्जन किया जाएगा, इसके पूर्व राजपुरोहित पंडित नमन पांडेय परिवार सहित शनिवार को ज्योतिकलश की विधिवत पूजा अर्चना आचार्यों के सानिध्य में हवन-पूजन किया। हवन पूजन के साथ नवरात्रि के सभी धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण कर रविवार संध्याकालीन बेला में जवांरा विसर्जन किया जाएगा।