खुली छूट, अधिकारियों की रेकी करा रहे रेत माफिया,रुचि अनुसार कार्रवाई

कोरबा। सुशासन की सरकार में चंद नेताओं का संरक्षण प्राप्त कर रेत माफिया फीलगुड में चल रहे हैं। विभागीय समन्वय के अभाव में और कार्रवाई के लिए अधिकारियों की अरुचि के कारण नदियों का सीना हर दिन 24 घंटे छलनी हो रहा है। पर्यावरण संरक्षण के मामले में कागजी खानापूर्ति करते आ रहा पर्यावरण संरक्षण विभाग नदियों के संरक्षण में फेल साबित हो रहा है।

गर्मी शुरू हो रही है और नदियां सूखने लगी हैं। ऐसे में नदियों में जेसीबी उतार कर बड़े पैमाने पर रेत खोदे जा रहे हैं। यह काम अवैधानिक तौर पर हो रहा है लेकिन इसे अधिकारी वैधानिक बनाने से परहेज नहीं कर रहे।

पर्यावरण विभाग की उदासीनता के कारण जिले भर की नदियां और नाले रेत माफिया के निशाने पर रहकर अपना अस्तित्व बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं तो दूसरी तरफ सड़कों का कचूमर ओवरलोड रेत/खनिज परिवहन करने वाले वाहनों के द्वारा निकाला जा रहा है।