पढ़ाई में भी ‘परेड’….वैकल्पिक विषय के रूप में अब एनसीसी, बेटियां अब प्रदर्शन और कर सकेंगी श्रेष्ठ

गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय ने इस पर कदम भी आगे बढ़ा दिया है। यह नया निर्देश उन छात्रों के लिए है जो एनसीसी कैडेट के रूप में नामांकित हैं और इसे एक विकल्प के रूप में चुन सकते हैं। इस प्रक्रिया से वे अपने शैक्षणिक करियर को मजबूती दे सकते हैं और एनसीसी के साथ-साथ विशेषज्ञता भी प्राप्त कर सकते हैं।


यूजीसी के अनुसार, नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) का हिस्सा बनने से छात्रों को विभिन्न लाभ प्राप्त होंगे। इसमें उन्हें एनसीसी के प्रशिक्षण के लिए शैक्षणिक क्रेडिट स्कोर मिलेगा, जो उनके अध्ययन को विस्तारित करने में मदद करेगा। वे अंतिम वर्ष में एनसीसी बी और सी सर्टिफिकेट प्राप्त करेंगे, जो उन्हें रोजगार के मार्ग में नई संभावनाओं का द्वार खोलेगा।

डीपी विप्र पीजी कालेज के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट आशीष शर्मा का कहना है कि एनसीसी के इस प्रोग्राम से महिला छात्रों को भी विशेष फायदे होंगे। इससे वे न केवल एक उच्च शिक्षा में रुचि ले सकेंगी, बल्कि एनसीसी के प्रशिक्षण द्वारा अपने करियर में अग्रसर हो सकेंगी। यह उन्हें स्वावलंबन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम मारने में मदद करेगा, जिससे वे अपने आत्मविश्वास को भी मजबूत करेंगी।


रोजगार प्रोत्साहन के लाभ

एनसीसी की ट्रेनिंग से उन्हें विभिन्न केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के अंतर्गत रोजगार प्रोत्साहन के लाभ भी मिलेंगे, जिससे वे अपने पेशेवर उद्योग में स्थिरता प्राप्त कर सकेंगी। इस प्रकार, एनसीसी को विशिष्ट विकल्प के रूप में प्रस्तुत करने से उच्च शिक्षा संस्थानों और उनके छात्रों को एक नई दिशा प्राप्त हो सकती है।

बिलासपुर में एनसीसी विंग सीट

गुरु घासीदास केंद्रीय विवि 100डीपी विप्र पीजी कालेज 100 बिलासा कन्या पीजी कालेज 100सीएमडी पीजी कालेज 50 जेपी वर्मा कालेज 50चौकसे इंजीनियरिंग कालेज 50एलसीआइटी कालेज 50 आइटीआई कोनी 50

एनसीसी के प्रमुख 10 लाभ

देशभक्ति की भावना 00 व्यावसायिक प्रशिक्षण00 अवसरों का विस्तार00 शैक्षणिक क्रेडिट00 करियर मार्गदर्शन00 स्वावलंबन,कौशल 00 सामाजिक समर्थन00 रोजगार के अवसर00 अच्छी जीवनशैली00 विशेषज्ञता का विकास

वर्जन

यूजीसी द्वारा एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल करने प्रोत्सहित किया गया है। यह एक सराहनीय कदम हैं। बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाने के साथ अब पढ़ाई के माध्यम से भी लाभ होगा। भविष्य निर्माण में आसानी होगी।प्रो.आलोक कुमार चक्रवालकुलपति, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय